दो गाय बीपीएल महिला को योजना झारखण्ड (Two Cows to BPL Women Scheme in Jharkhand)
गरीबी रेखा से नीचे आने वाली महिला एवं उनके परिवार को आर्थिक मजबूती देने के लिए झारखण्ड सरकार ने एक अनूठी पहल की है. इस अलग तरह की योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने घोषणा की है कि कुछ चयनित बीपीएल महिलाओं को 2 गाय दी जाएगी, जिससे वे इन गाय के दूध को डेयरी वालों को बेचकर कुछ धन कमा सकें।
नाम | दो गाय बीपीएल महिला को योजना झारखण्ड |
लांच डेट | 2017 |
घोषणा की गई | झारखण्ड मुख्यमंत्री रघुबर दास |
टारगेट लाभार्थी | गरीब वर्ग महिला (BPL) |
मुख्य बिंदु (Key features)
- अधिकारीयों के अनुसार यह योजना की घोषणा 2017-18 वित्तीय साल में हुई थी, जहाँ शुरुवात में राज्य सरकार ने योजना बनाई थी कि वो हर चयनित महिला को एक गाय योजना के अंतर्गत देगी।
- राज्य सरकार ने यह भी कहा था कि चयनित महिला को दूसरी गाय, पहली गाय के 6 महीने की डिलीवरी के बाद दे दी जाएगी।
- राज्य सरकार ने यह भी कहा है कि जिन महिला को गाय मिलेगी वो रोज 10 से 15 लीटर दूध रोज निकाल सकती है. अधिकारीयों की ताजा खबर के अनुसार राज्य सरकार ने अभी इस योजना के अंतर्गत एक भी गाय को चयनित महिला को नहीं दिया है.
- राज्य सरकार का कहना था है कि हर साल होने वाले पशु मेला से गाय खरीदने के बाद गाय को बांटने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी, लेकिन पिछले 2 साल से पशु मेला का आयोजन नहीं किया गया है, जिससे सरकार इस योजना पर काम शुरू नहीं कर पाई है.
- अधिकारीयों के यह भी कहा है कि सरकार एक भी गाय देने में सफल नहीं हो सकी है, क्यूंकि पलामू जिले में पिछले 2 साल में एक भी इस तरह का मेला आयोजित नहीं हो सका है. डेयरी ऑफिसर के पद पर कार्यरत अधिकारी सेवानिवृत्त हो गए थे, उनकी जगह पर आये श्री सिन्हा जी भी तबियत ख़राब की वजह से अनुपस्थित रहे.
- अधिकारीयों के बयान के अनुसार वह गायों का वितरण सरकार द्वारा 90 प्रतिशत सब्सिडी के बदले में किया गया था जबकि शेष 10 प्रतिशत झारखंड दूध संघ द्वारा कवर किया जाएगा
- दूसरे बयान अनुसार राज्य सरकार सब्सिडी अमाउंट को लाभार्थी के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करेगी, लेकिन अभी लाभार्थी इन पैसों को निकल नहीं सकता क्यूंकि अधिकारीयों ने बैंक अकाउंट के इस लेन देन को ब्लॉक करके रखा है.
- राज्य सरकार ने प्रदेश से कुल 400 महिलाओं का चुनाव किया है, जो गरीबी रेखा के नीचे आती है. आने वाले समय में इन महिलाओं तक योजना के अंतर्गत लाभ पहुँचाया जायेगा।
सही ढंग से यह योजना लागु हो सके और गरीब महिलाओं तक इसका लाभ पहुँच सके, इसके लिए अधिकारी हर मुमकिन कोशिश करके हर परेशानी का हल नकालने की कोशिश में लगे हुए है. हर गाय से रोज ये महिला 10 से 15 लीटर दूध निकाल सकती है, जिससे इनकी रोज की आमदनी होगी और जीवनयापन में सहायता मिलेगी।
Other Schemes –
- Pandit Deendayal Upadhyay Shramoday Awasiya Vidyalaya Yojana
- Member of Parliament Local Area Development Scheme
- हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट क्या है?
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना रजिस्ट्रेशन